बालाघाट : मेरी हत्या करने की चल रही साजिश - कंकर मुंजारे

पत्रकारवार्ता में रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन को लेकर लगाये कई गंभीर आरोप
बालाघाट- पुर्व सांसद कंकर मंुजारे ने रेत माफियाओं और प्रशासन सहित स्थानीय नेताओं पर उनकी हत्या करने की साजिश रचने का सनसनीखेज आरोप लगाया है उन्होंने अपने गृह निवास पर पत्रकारवार्ता के दौरान यह बात करते हुये कहा कि उनकी हत्या के पीछे राजनीतिक साजिश भी चल रही है गनीमत है कि वे जनता के आर्शिवाद से सही सलामत है इस दौरान उन्होंने जिले में करोड़ों की अवैध उत्खनन और परिवहन करके नेताओं और प्रशासन के साथ मिलकर माफिया राज चलाने का गंभीर आरोप भी लगाये और कहा कि वे जनता के लिए हमेशा लड़ाई लड़ते रहेगें।
पिछले कुछ माह से अलग-अलग रेतघाटों का निरीक्षण कर पुर्व सांसद कंकर मंुजारे अवैध उत्खनन को लेकर मुखर होते रहे है। हालाही में 25 जून को उन पर खैरलांजी गुनईघाट में मारपीट और अवैध वसूली की शिकायत के तहत मामला भी दर्ज किया गया है इस मामले के बाद जिले का राजनीतिक पारा गरर्मा गया है गुनईघाट के घटनाक्रम को लेकर ही पुर्व सांसद ने बताया की रेत माफिया और प्रशासन उनकी राजनीतिक हत्या करवाना चाह रहे थे और आगे भी उनकी यही मंशा है जो उनको विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है बावजूद इसके उन्होंने कहा कि वे जनहित और जनता की आवाज आगे भी उठाते रहेगें। रेत के सहित अन्य अवैध कारोबार के खिलाफ लड़ाई लड़ेगें।
पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने 30 जून को प्रेसवार्ता का आयोजन कर एक बार फिर रेत ठेकेदार, माफियाओ और प्रशासनिक अधिकारियो पर आरोप लगाते हुए कहा कि सभी की मिली भगत से यह सारा कारोबार चल रहा है। वही गुनई घाट में हुए विवाद के मामले पर कंकर मुंजारे ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि हमारे द्वारा किसी के साथ कोई मारपीट नही की गई, हम सिर्फ ग्रामीणो की शिकायत पर रेत के अवैध उत्खनन की जानकारी लेने गये थे जिसका वीडियो बनाकर कलेक्टर और एसपी को कार्यवाही करने के लिये देना था। मेरे द्वारा पोकलेंड के डाईवर से चर्चा की जा रही थी तभी वहां पर राजेश पाठक का एक व्यक्ति जो बांदा का रहने वाला है वह आया और उसने ठेठ भाषा में उपस्थिति ग्रामीणो के साथ बदसलूकी की, जहां उनके बीच विवाद हुआ था। लेकिन दबाव बनाकर मेरे उपर फर्जी मामला पंजीबद्ध कराया गया है।
सभी आपस में मिलकर मेरी हत्या करने की रच रहे साजिश
श्री मुजांरे ने आरोप लगाया कि राजनैतिक षडंयत्र रचकर उनकी नेताओ, माफियाओ और प्रशासन के अधिकारियो द्वारा आपस में मिलकर मेरी हत्या करने की साजिश की जा रही है। उन्होने इसे निराधार बताया कि, डम्पर डाईवर से उनके द्वारा रेत ठेकेदार राजेश पाठक से 20 लाख रूपये प्रतिमाह मुझे दिलवाये। यदि मुझे पैसे की मांग करनी होती तो मै सीधे रेत ठेकेदार से बात करता, ड्राईवर से क्यो बात करता। इसके पूर्व मेरे द्वारा कई घाटो का निरिक्षण कर रेत चोरी और खनन को लेकर कलेक्टर और एसपी को शिकायत की जा चुकी है लेकिन प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नही गई। जहां ग्रामीणो की आवाज पर खनन कार्य पर रोक लगाने गये गये थे, क्योकि घाट में नियम विरूद्ध मशीन का उपयोग किया जा रहा था और डम्परो को भरा जा रहा था।
रेत माफियाओ के साथ प्रशासन की है मिली भगत
रोजाना पांच सौ डम्पर रेत निकासी कर वन विकास निगम की भूमि पर डंप की जा रही है। वही तुमडीटोला और चुटिया रेत घाट में भी यही हाल है, यहां रचना मिनरल्स की मशीन द्वारा स्वीकृत क्षेत्र से 500 मीटर दूर से खनन किया गया है। जनता की आवाज उठी है कि चोरी से रेत निकाली जा रही है। रात भर मजदूरो से काम कराया जा रहा है, जो नियम विरूद्ध है। लेकिन कोई कार्यवाही नही की जा रही है, यंहा रेत माफियाओ के साथ नेताओ, कलेक्टर, पुलिस और खनिज विभाग सबका रैकेट बना हुआ है, जो फर्जी रायल्टी काट रहे है और एक रायल्टी पर कई बार परिवहन कर रहे है। माफिया प्रशासन के साथ मिलकर वेयर हाउस निर्माण में रेत की उपयोगिता बताकर छ.ग और मंडला ले जाकर रेत बेच रहे है। यदि राजेश पाठक हमारे आंदोलन से परेशान हो रहे है और सचमुच रेत घाट सरेंडर करना चाहते है तो शराब ठेके की तरह रेत घाट को भी सरेंडर कर दे।
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